Best Judgement Story in Hindi : दरअसल एक बार जब मैं ट्रेन में सफर कर रहा था तो मैंने देखा कि एक स्टेशन से एक व्यक्ति अपने 25साल के बेटे को लेकर ट्रेन में चढ़ा। जैसे ही गाड़ी चली वह 25 साल का लड़का चिल्लाने लगा। और अपने पिता से कहने लगा ‘पापा देखो अपन दोनों हिल रहे हैं’ उसकी बात पर सभी यात्री हसने लगे। फिर कुछ देर बाद वह लड़का फिर से अपने पिता से कहता है कि ‘ देखो पापा पेड़ हमसे पीछे जा रहे हैं’ ‘ देखो पापा बादल हमारे साथ चल रहे हैं ‘
यह देख कर एक व्यक्ति उस लड़के के पिता से कहता है की भाई साहब आप अपने बेटे का इलाज क्यों नहीं कराते। उस लड़के के पिता जवाब देते हैं कि भाई हम इसका इलाज कराकर ही आ रहे हैं मेरा बेटा जन्म से ही अंधा था अभी घंटे भर पहले ही उसने देखना प्रारंभ किया है यह सुनकर वह व्यक्ति उस लड़के से और उसके पिता से माफी मांगता है और उस लड़के के प्रति सहानुभूति प्रकट करता है – Best Judgement Story in Hindi
ऐसा ही होता है दोस्तों कभी-कभी हमारे साथ हुई हम किसी व्यक्ति या किसी भी चीज को पहली नजर में परखने की कोशिश करते हैं और कई बार बहुत बड़ी भूल कर बैठते हैं इसलिए जो हमको दिख रहा है जरूरी नहीं वैसा ही हो हो सकता है उसके पीछे कुछ और भी कारण हो इसलिए किसी भी चीज को उसके कारण के बिना जज ना करें
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