हालात पर बेस्ट ज़िंदगी बदलने वाली मोटिवेशनल स्टोरी 2023

हैलो दोस्तों , आज मैं आपको जो कहानी बताने वाला हूँ, वो है एक शराबी की। जो हकीमपुर नाम के एक गाँव में रहता है। उसका नाम अभिजीत था। वह बहुत शराब पीता था ,बहुत ही बदमाश था, जितना भी पैसा कमाता था वो सब शराब पीने में बर्बाद कर दिया करता था। और घर परिवार को घर खर्च के लिए बिलकुल पैसे नही देता था। इस तरह उसका परिवार बहुत ही गरीबी में जीवन जी रहा था। अभिजीत के दो बेटे थे,अमन और राहुल। दोनों गाँव के सरकारी स्कूल में पढाई करते थे।

वक्त बीता, दोनों बेटे जवान हो गये। लेकिन अभिजीत अभी तक नहीं सुधरा। वह अब तो बेइंतहा शराब पीने🍻 लगा था। राहुल जहाँ 18 साल तो वही अमन 20 साल का हो चुका था।

राहुल पढाई में बहुत ही उम्दा था। और हमेशा यही सोचता रहता था कि वह अपने परिवार की गरीबी को कैसे खतम कर सकता है। सभी उसकी बहुत तारीफ किया करते थे। वह बहुत ही समझदार हो चुका था। तो वही अमन, राहुल से बिलकुल ही जुदा था,उसने दसवीं कक्षा से ही पढाई छोड़ दी थी, और घर की जरूरतों को पूरा करने के लिए किसी छोटे सेठ के यहाँ कोई छोटी सी हाज़िरी करने लगा।और हाज़िरी के साथ ही कई बुरे कामों में भी लग चुका था, जैसे शराब पीना🍻,जुआं खेलना आदि।

सब गाँव वाले ये देखकर बहुत ही हैरान रहते थे कि “ये दोनों भाई एक साथ रहकर, एक ही घर में रहकर एक दूसरे से इतने जुदा कैसे हो सकते हैं।एक इतना बदमाश और एक इतना समझदार,कैसे हो सकता है।

ये सब देखते-देखते एक दिन गाँव के मुखिया जी ने सोचा। कि एक काम करना चाहिए, उन दोनों भाईयों से अलग अलग जाकर उनसे बात करनी चाहिए।” और दूसरे दिन मुखिया जी ने ऐसा ही किया, उन्होंने उसी शाम अमन से मिलकर अमन से बातों ही बातों में ये पूछा कि तुम इतने बदमाश और शराबी कैसे बन गए तो अमन ने जबाब दिया कि ” मैंने बचपन से ही अपने बाप को शराब पीते, बदमाशी करते,बुरे काम करते ही देखा है तो मैं और क्या सीख सकता था।

और घर में ऐसे हालात ही नहीं थे कि मैं और कुछ कर या बन सकता था इसलिए मैं भी अपने बाप के जैसा ही बन गया। “मुखिया जी ने अपना जबाब पाया और अमन से तकल्लुफ़ खत्म करके अपने घर को चले गए। और दूसरे दिन समय देख कर राहुल से बात की और उससे मुखिया जी ने वही सवाल किया जो अमन से पूछा था। तो इस पर राहुल ने जबाब दिया “देखिए मुखिया जी मैंने बचपन से ही अपने बाप को शराब पीते, बदमाशी करते देखा और उस सब के साथ अपने परिवार को गरीबी में रहते हुए देखा है तो मैं हमेशा यही सोचता रहता हूँ कि मैं कैसे अपने परिवार की इस गरीबी को मिटा सकता हूँ।

मैं कैसे अपने भाई और बाप का शराब पीना छुड़वा सकता हूँ। जब मैं अपनी परेशान माँ को देखता हूं तो मुझे और ज्यादा प्रेरणा मिलती है कि मैं और ज्यादा पढूं और पढकर खूब सारे पैसे कमांऊ।और रही बात समझ दारी की तो वो तो आप सभी का बड़प्पन है जो आप मुझे समझदार समझते हैं। ” मुखिया जी ने अपना जबाब पाया और अपने घर को हो लिये। और मन मैं कहा ये लड़का बड़ा उंच्चा मुकाम हासिल करेगा। और अब 10 साल बाद वही राहुल एक IPS आफिसर है और पूरे गाँव के लिए एक मिसाल।

दोस्तों, इस छोटी सी कहानी से हमें कुछ बातें सीखने को मिलती है जैसे हालातों का बहाना बना कर बुरे कामों में लगना गलत है। अगर हम मेहनत करे तो कुछ भी हासिल कर सकते हैं चाहे हमारे हालात कितने भी बुरे क्यों न हो।हालातों से हारना कायरता है।इसलिए जीवन में मेहनत करते रहिए आपको एक दिन सफलता🏆💪 जरूर मिलेगी।

ThankYOu!

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