Wednesday, December 11, 2024

ई गवर्नेंस क्या है, उद्देश्य, प्रकार, कार्य, फायदे, प्लेटफार्म – पूरी जानकारी

आखिर क्या है ई गवर्नेंस क्या आप जानते है E Governance या ई शासन के बारे में जानकारी, आपने बहुत बार बुरा महसूस किया होगा जब आपको भी किसी सरकारी विभाग या कार्यों के लिए चक्कर लगाने पढ़े होंगे ऐसे ही आप ही की तरह रोजाना सैकड़ो लोग परेशान होते है जिनमे से अनेक अपनी चप्पल और बाल दोनों खो देते है 8 नबम्बर को जब नोटबंदी हुई तब पूरे देश की जनता एक लाइन में आ गई थी परन्तु भारत सरकार अब ई गवर्नेंस को लेकर काफी जागरण कर रही है इसलिए Narbariya.com को लगा कि ई शासन की जानकारी आप लोगो तक भी पहुचानी चाहिए।

जैसा कि आप जानते है हमारे देश में अनेक विकत समस्याये रुप धारण किये हुए है जिनमे भ्रस्टाचार, सरकारी शोषण, बेरोज़गारी, सरकारी योजना की जानकारी का आम जनता में अभाव, पुरानी शिक्षा व्यवस्था इत्यादि शामिल है इसलिए भी ई गवर्नेंस प्रभाशाली होने जा रहा है हालांकि इसकी शुरुआत हो चुकी है परन्तु आम जनता में E Governance Information in Hindi की अभी भी बहुत कमी है परन्तु चिंता की जरुरत नहीं इस आर्टिकल में हमने ई शासन की जानकारी के लिए सम्पूर्ण ज्ञान दिया है।

डिजिटल इंडिया प्रोग्राम भी इसी ओर इशारा करता है साथ ही जब से India में Jio की Entry हुई तब से Internet Users की संख्या में भी वृद्धि हुई है एवं गावं में भी ऑनलाइन सिस्टम पसंद किया जा रहा है सबसे बढ़िया बात यह है कि Google में लोग हिंदी में सर्च कर रहे है और इसीलिए गूगल भी हिंदी भाषा को महत्त्व दे रहा है इन सब यह पता चलता है कि भविष्य में हिंदी में इंटरनेट भयंकर तरीके से उपस्थित होगा एवं सरकार भी अपने सभी कार्यों को ऑनलाइन ला रही है चलिए अब ई गवर्नेंस क्या होता है के बारे में पूरी जानकारी हासिल करते है।

ई गवर्नेंस क्या है ? ( E Governance in Hindi )

ई शासन के तहत सभी सरकारी कार्यों, सरकारी योजना, Govt Scheme एवं सेवाएं की सूचना का आदान-प्रदान और सम्बंधित कार्यों को ऑनलाइन माध्यम से करना जिसमे देश के नागरिकों, व्यापारियों, केंद्र एवं राज्य सरकारों और कर्मचारी को सुविधाएं उपलब्ध की गई है इस सिस्टम को हम Electronics Governance भी कहते है।

ई गवर्नेंस एक अच्छे शासन रोल अदा कर रहा है या इसे Good Governance का प्रतीक भी कह सकते है, इसी क्रम में 1970 में इलेट्रॉनिक्स विभाग एवं 1977 में नेशनल इन्फार्मेटिक्स सेंटर की स्थापना की गई थी और फिर 2006 में CSC यानी कॉमन सर्विस सेंटर शुरू किये जा कि आप भी उपलब्ध है दरअसल Mponline की तरह ही या होते है इसके लिए भी पंजीयन करांना होता है परन्तु या मुफ्त होते है कोई भी व्यक्ति जिसे कंप्यूटर का ज्ञान हो सेण्टर ले सकता है और विभिन्न सरकारी सेवाओं की सूचन एवं कार्यो को आम लोगो हेतु उपलब्ध करा सकता है।

इ गवर्नेंस के उद्देश्य

  • नागरिकों को सरकारी कार्यों के संपर्क में लाना एवं कार्य और जीवन की गुणवत्ता में सुधार करना।
  • व्यापारियों को सरकार से जोड़ना।
  • कर्मचारियों को सीधे सरकार से जोड़ना।
  • सभी राज्य एवं केंद्र सरकारों को आप में ई शासन माध्यम से जोड़ना।
  • लोगो को डिजिटल बनाना।
  • भ्रस्टाचार खत्म करना।

ई गवर्नेंस के प्रकार (Type of E Governance)

यह मुख्यता चार प्रकारों में विभाजित किया गया है-

  • G2G (Governance to Governance):- यानि सरकार से सरकार, इस मेथड के माध्यम से तमाम सरकारों को आपस में सपर्क बनाने एवं कार्यो में सरलता और पारदर्शिता लाने के लिए इस्तेमाल किया जाता है।
  • G2C (Governance of Citizens):- यानि सरकार से जनता का संपर्क इसके तहत जनता के कार्यो और उनकी लाइफ में गुणवत्ता लायी जाने का लक्ष्य है, ताकि जनता को परेशान न होने पड़े।
  • G2B (Governance to Business):- मतलब सरकार से व्यापारियों का आसान ऑनलाइन संपर्क, इसके तहत सभी व्यापारियों के कार्यों में पारदर्शिता लाये जाने का लक्ष्य है और जैसे GST ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन, बिज़नेस पंजीयन जैसी अनेक बिज़नेस सम्बन्धी कार्यों को ऑनलाइन करना।
  • G2E (Governance to Employe):- इसका मतलब होता है सरकार से कर्मचारी का सीधा नाता ऑनलाइन माध्यम से कुल मिलकर एक कर्मचारी से सम्बंधित सभी कार्यो को ऑनलाइन लेकर आना एवं उसकी सभी एक्टिविटी को सरकार द्वारा ऑनलाइन नजर रखना।

ई गवर्नेंस की प्रक्रिया (E-governance process)

यह मुख्य रूप से चार चरणों में संपन्न किया जाता है जी निम्न है-

  • कम्प्युटरीकरण (Computerization):- यह पहले स्टेप्स है जिसमे सभी केंद्र एवं राज्य सरकारी कार्यालय में कंप्यूटर मशीन को स्थापित करना ताकि सभी कार्यो को आसानी से किया जा सके, यही ही नहीं आप देख रहे होंगे स्कूलो में भी कंप्यूटर क्लासेज शुरू की जा रही है और हर विद्यार्थी को नेटवर्किंग और कंप्यूटर का ज्ञान अनिवार्य कर दिया गया है।
  • नेटवर्किंग (Networking):- यह दूसरा चरण है जिसमे सभी सरकारी offices एवं सरकारों, व्यापारियों, जनता के कार्य, कर्मचारी की सुविधाएं और कार्यो को एक नेटवर्क के माध्यम से चैनल तैयार करना जो आपसे में एक दुसरे से जुड़े हो।
  • ऑनलाइन प्रेजेंट:- इस तीसरे चरण में सरकारों को लगा कि उन्हें अपनी वेबसाइट खड़ी करनी चाहिए और वहा सूचना, डाटा की जानकारी, कार्यो की जानकारी, योजना की जानकारी, संपर्क विवरण, शिकायत विवरण इत्यादि उपस्थित करना चाहिए यही कारण है कि My Gov की शुरुआत की गई और सभी राज्यों और केन्द्रो और विभागों की सरकारी वेबसाइट बनाई गई जिन्हे आप इंटरनेट पर देख सकते है, Narbariya.com ने भी My Gov को Hyper Link प्रदान करके देश की सरकारी वेबसाइट को आगे बढ़ाने में योगदान दिया जिसे आप हमारी वेबसाइट के Footer में देख सकते है भारत सरकार का लोगो लगाया गया है।
  • Online Interactivity:- इसका मतलब है कि जो सरकारी वेबसाइट तैयार की गई उनमे नागरिकों, व्यापारियों, कर्मचारियों एवं अन्य सरकारी संस्थाओं के लिए लॉगिन करने की अनुमति देना ताकि वह विभिन्न प्राकर के Forn download एवं कार्य ऑनलाइन कर सके।

ई गवर्नेंस के कार्य (E-governance functions)

  • ऑनलाइन जाति प्रमाण पत्र बनाना एवं सुधार करना
  • ऑनलाइन राशन कार्ड
  • ऑनलाइन पैन कार्ड
  • ऑनलाइन ड्राइविंग लाइसेंस
  • ऑनलाइन Gst पंजीयन
  • ऑनलाइन पेमेंट
  • ऑनलाइन पासपोर्ट
  • ऑनलाइन आधार आधार
  • ऑनलाइन वोटर आईडी
  • ऑनलाइन खतौनी
  • ऑनलाइन न्यायलय
  • ऑनलाइन बस टिकट
  • ऑनलाइन रेल टिकट
  • ऑनलाइन फ्लाइट
  • ऑनलाइन आय प्रमाण पत्र
  • ऑनलाइन जॉब कार्ड
  • ऑनलाइन रोजगार पंजीयन
  • ऑनलाइन ई फाइलिंग
  • ऑनलाइन शिकायत
  • ऑनलाइन एग्जाम
  • ऑनलाइन इंटरव्यू
  • डिजिटल लॉकर
  • ऑनलाइन समग्र आईडी
  • ऑनलाइन एंड्राइड एप विभिन्न सेवाओं के लिए
  • इत्यादि!

ई गवर्नेंस के फायदे (Benefits of E Governance)

चलिए अब बिंदुओं के माध्यम से आपको इसके फायदे यानी ई शासन के लाभ भी बता देते है-

  • कार्यों में तेजी आएगी क्योकि सभी कार्य ऑनलाइन हो गए है और बचे हुए भी हो जायेगे जैसे रेल टिकट के लिए लाइन में नहीं लगने की जरुरत, बैंक में एंट्री या अन्य काम के लिए लाइन की चिंता खत्म इत्यादि अब सबकुछ एक क्लिक पर होगा।
  • सभी कार्य ऑनलाइन होने के कारण जनता और सरकार के बीच पारदर्शिता बन जाएगी जिससे भ्रस्टाचार खत्म हो सकेगा।
  • साथ ही पारदर्शिता होने के कारण सरकारे और कर्मचारी अपने कार्य मतलब फ़र्ज़ को समय पर पूरा करेंगे i means जबाबदेह बन जायेगे।
  • श्रम की बचत होगी।
  • समय बचेगा।
  • इ गवर्नेंस के कारण लोग कंप्यूटर इंटरनेट जैसे चीज़ो की ओर आकर्षित और जागरूक हो रहे है।
  • चप्पल घिसने का टाइम गया मतलब Apna Time Aayega नहीं Aa Gaya!
  • कार्यो एवं सेवाओं के दक्षता में वृद्धि होगी।
  • खर्चे कम होंगे क्योकि ऑनलाइन प्रक्रिया आसान एवं कम खर्चीली होती है।
  • बार बार किसी योजना या सरकारी फायदे लेने के लिए कागजात देने की जरुरत नहीं।
  • भारत विकसित देश बनने के चरण में जा रहा है।

ई शासन के नुकसान (Loss of E Governance)

फायदे तो देख लिए परन्तु क्या इसके कोई नुकसान यानी हानि भी हो सकती है चलिए चर्चा करते है-

  • समाज के अधिकतर वर्ग अशिक्षित होने के कारण सभी लोग इन सुविधाओं का लाभ नहीं उठा सकते है इसके लिए सबसे पहले इंटरनेट के प्रति लोगो को जागरूक करना होगा।
  • देश में लगभग 50 करोड़ लोग हिंदी समझते है ऐसे में इंटरनेट पर हिंदी वेबसाइट की अति कमी है ताकि लोग वहा से ज्ञान प्राप्त कर सके, आपको बता दे Narbariya.com एक हिंदी में जाने वेबसाइट है यानि सभी जानकारी हिंदी भाषा में प्रदान करना हमारा मिशन और विज़न दोनों है।
  • अभी भी गावं में इंटरनेट कनेक्टिविटी नहीं है ऐसे में गावं को शहर से जोड़ना मुश्किल है।
  • टेक्नोलॉजी अपग्रेड नहीं है साथ ही शिक्षा व्यवस्था में सुधार करना होगा।
  • अभी भी इंटरनेट पूरे तरीके से सुरक्षित नहीं आये दिन कोई न कोई वायरस हमला कर देता है और हजारो डोलो का डाटा चोरी हो जाता है।

ई गवर्नेंस में हिंदी की भूमिका

इसमें कोई शक नहीं कि गूगल,फेसबुक, अमेज़न यही नहीं अलीबाबा जैसी चाइना कंपनी भी हिंदी भाषा में अपनी वेबसाइट लांच कर रही है आपने देख होगा गूगल के सर्च इंजन में हिंदी का सेक्शन भी जोड़ा गया है और वह हिंदी वेबसाइट को काफी अधिक महत्त्व दे रहा है।

यही नहीं सभी सरकारी websites को भी हिंदी भाषा में भी तैयार किया गया है इससे ई शासन में हिंदी की भूमिका काफी अधिक हो जाती है, अगर आप भी इंटरनेट पर अपना योगदान और पहचान बनाना चाहते है तो Narbariya.com पर अपने ज्ञान को प्रकाशित करे योगदान देने के लिए क्लिक करे

ई गवर्नेंस प्लेटफार्म

  • मेरी सरकार
  • पीएम इंडिया
  • लोक शिकायत पोर्टल
  • भारत सरकार में नागरिक चार्टर
  • ई गवर्नेंस पोर्टल
  • इत्यादि!

FAQ’s

1. ई गवर्नेंस और ई गवर्मेंट में क्या अंतर है ?

ई गवर्मेंट एक सिस्टम है तो वही दूसरी ओर ई गवर्नेंस कार्य करने की क्षमता है।

2. ई शासन कैसे काम करता है ?

ई शासन इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी के इस्तेमाल करते हुए सरकारी कार्यो को सरल एवं कम खर्चीले और गुणवत्ता वाले बनाये जा सके ताकि सूचना का वितरण आसानी से हो सके।

3. E Governance के Examples दीजिये

जैसे वोटर आईडी, आधार कार्ड, लाइसेंस, टैक्स आदि कार्यों को ऑनलाइन करना।

ई गवर्नेंस क्या है, उद्देश्य, प्रकार, कार्य, फायदे, प्लेटफार्म आदि की जानकारी आपने हासिल कर ली है अतः आपसे उम्मीद है कि आप भी ई गवर्नेंस को बढ़ावा देने के लिए इस आर्टिकल को Whatsapp Facebook आदि के माध्यम से शेयर कीजिये ताकि हर भारतीय को इसकी पूरी जानकारी हो सके क्योंकि तभी हम विश्वगुरु एवं 5 ट्रिलियन की इकॉनमी बन सकते है, हम आगे भी E Governance की Information हिंदी में लाते रहेंगे अगर आपको कोई प्रश्न पूछना हो तो आप कमेंट बॉक्स में हमें लिखे आपके सवाल का जबाब हम जरूर देंगे, धन्यबाद!

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